आमतौर पर समाज में महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा और प्रताड़ना के बारे में खूब चर्चा होती है, लेकिन पुरुषों के साथ होने वाली शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक प्रताड़ना को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। "Male Harassment  या पुरुष भी होते हैं प्रताड़ित" यह एक ऐसी सच्चाई है जिसे समाज स्वीकार करने से कतराता है। इस लेख में हम विवाह से पहले और विवाह के बाद पुरुषों के साथ होने वाली प्रताड़ना, कार्यस्थल पर अत्यधिक कार्यभार, रिश्तेदारों द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना, शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना के प्रकार, कारण, दुष्प्रभाव और सुरक्षा के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

Male Harassment

Male Harassment  या पुरुष प्रताड़ना के प्रकार

विवाह से पहले पुरुषों के साथ प्रताड़ना

1. भावनात्मक शोषण (Emotional Abuse)

  • प्रेम संबंधों में धोखाधड़ी: कई बार पुरुषों को भावनात्मक रूप से ठगा जाता है, जहाँ साथी धन या सामाजिक स्थिति के लिए उनका इस्तेमाल करती है।
  • मानसिक दबाव: कुछ महिलाएँ पुरुषों को गिल्ट-ट्रिप (दोषी ठहराने) की रणनीति से नियंत्रित करती हैं, जैसे – "तुम मुझसे प्यार नहीं करते", "तुम मेरे लिए कुछ नहीं कर सकते"।

2. आर्थिक शोषण (Financial Exploitation)

  • महंगे उपहारों की माँग: कुछ मामलों में लड़कियाँ या उनके परिवार वाले लड़के से महंगे गिफ्ट, घूमने-फिरने या शादी से पहले ही धन की माँग करते हैं।
  • फेक केस का डर: कुछ महिलाएँ झूठे मुकदमों (जैसे धारा 498A) का डर दिखाकर पैसे ऐंठती हैं।

3. सामाजिक प्रताड़ना (Social Stigma)

  • झूठे आरोप: अगर कोई पुरुष किसी लड़की को रिजेक्ट कर दे, तो उस पर "बुरे इरादे" होने का आरोप लगाया जाता है।
  • मर्दानगी पर सवाल: अगर कोई पुरुष रोता है या भावनाएँ व्यक्त करता है, तो उसे "कमजोर" करार दिया जाता है।

विवाह के बाद पुरुषों के साथ प्रताड़ना

1. घरेलू हिंसा (Domestic Violence Against Men)

  • शारीरिक प्रताड़ना: कई पुरुष पत्नियों द्वारा मारपीट, जलाने या चोट पहुँचाने जैसी घटनाओं का शिकार होते हैं।
  • मानसिक प्रताड़ना: अपमान, ताने, ब्लैकमेलिंग और सोशल मीडिया पर बदनाम करना।

2. आर्थिक शोषण (Financial Abuse)

  • जबरन सैलरी हस्तांतरण: कुछ पत्नियाँ पति की पूरी कमाई पर कब्जा कर लेती हैं और उन्हें पॉकेट मनी तक नहीं देतीं।
  • झूठे दहेज केस: धारा 498A का दुरुपयोग करके पति और उसके परिवार को जेल भेजने की धमकी दी जाती है।

3. सेक्सुअल प्रताड़ना (Marital Rape & Sexual Abuse)

  • मैरिटल रेप का गलत इस्तेमाल: कुछ महिलाएँ पति के साथ शारीरिक संबंध बनाने से मना कर देती हैं और फिर उन पर "बलात्कार" का झूठा आरोप लगाती हैं।
  • पुरुषों की सहमति की अनदेखी: पुरुषों की यौन इच्छाओं को समाज में गलत तरीके से प्रस्तुत किया जाता है।

कार्यस्थल पर पुरुषों के साथ प्रताड़ना

1. अत्यधिक कार्यभार (Workload Pressure)

  • "मर्द हैं, सह लेंगे" की मानसिकता: पुरुषों से अधिक काम लिया जाता है क्योंकि माना जाता है कि वे थकान नहीं दिखाएँगे।
  • मेंटल हेल्थ को नजरअंदाज करना: डिप्रेशन या एंग्जाइटी को "कमजोरी" समझा जाता है।

2. सेक्सुअल हरासमेंट (Male Sexual Harassment at Workplace)

  • महिला बॉस या सहकर्मी द्वारा शोषण: कुछ पुरुषों को सेक्सुअल फेवर देने या प्रमोशन के लिए प्रेसर किया जाता है।
  • मजाक उड़ाना: "मर्द होकर शिकायत कर रहे हो?" जैसे टिप्पणियों से उन्हें चुप करा दिया जाता है।

रिश्तेदारों द्वारा प्रताड़ना

1. तुलना करना (Comparison & Taunts)

  • "दूसरों के बेटे देखो!" – पढ़ाई, नौकरी या शादी के मामले में लगातार ताने दिए जाते हैं।
  • "तुम्हारी पत्नी तुम्हें कंट्रोल करती है" – पुरुषों को उनके अपने ही परिवार में कमतर आँका जाता है।

2. जिम्मेदारियों का बोझ (Burden of Responsibilities)

  • बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल: अक्सर बेटे पर ही सारी जिम्मेदारी डाल दी जाती है, बेटियों को छूट मिल जाती है।
  • पारिवारिक झगड़ों में फँसाना: रिश्तेदार पुरुषों को हर विवाद में बीच में खड़ा कर देते हैं।

शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के दुष्प्रभाव

1. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

डिप्रेशन, एंग्जाइटी, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD)
आत्महत्या की प्रवृत्ति (Male Suicide Rates)

2. शारीरिक समस्याएँ

हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, पाचन संबंधी विकार

3. सामाजिक व पारिवारिक जीवन पर असर

अलगाव, विवाह विच्छेद, बच्चों से दूरी

सुरक्षा के उपाय (Legal & Emotional Protection)

1. कानूनी सहायता

  • धारा 498A के दुरुपयोग के खिलाफ कार्रवाई
  • पुरुषों के लिए घरेलू हिंसा कानून (DV Act में पुरुषों के अधिकार)
  • मेंटल हेल्पलाइन्स (वंदे भारत, मनोदर्पण हेल्पलाइन)

2. भावनात्मक सहारा

  • मनोचिकित्सक से परामर्श
  • सपोर्ट ग्रुप्स जुड़ना (Men's Rights Organizations)

3. आत्मरक्षा के तरीके

  • वित्तीय स्वतंत्रता बनाए रखना
  • घरेलू झगड़ों को रिकॉर्ड करना (ऑडियो/वीडियो प्रूफ)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

Q1. क्या पुरुष वास्तव में प्रताड़ित होते हैं?

हाँ, पुरुष भी शारीरिक, मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना का शिकार होते हैं, लेकिन समाज इसे गंभीरता से नहीं लेता।

Q2. पुरुष घरेलू हिंसा की शिकायत कहाँ करें?

आप राष्ट्रीय पुरुष आयोग (NMC) या पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

Q3. क्या पुरुषों के लिए कोई हेल्पलाइन है?

जी हाँ, "वंदे भारत हेल्पलाइन (1800-202-1313)" पुरुषों के लिए सहायता प्रदान करती है।

Q4. पुरुषों को मानसिक तनाव से कैसे बचाएँ?

  • दोस्तों और परिवार से बात करें
  • मेडिटेशन और योग करें
  • प्रोफेशनल काउंसलिंग लें

निष्कर्ष

पुरुषों की प्रताड़ना को नजरअंदाज करना समाज की एक बड़ी भूल है। जरूरत है कि हम इस मुद्दे को गंभीरता से लें और पुरुषों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाएँ। अगर आप या आपका कोई जानने वाला किसी भी प्रकार की प्रताड़ना का शिकार है, तो तुरंत मदद लें।

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